Wednesday, April 17, 2024

विजुअल बेसिक डॉट नेट | Best Info VB.NET

विज़ुअल बेसिक डॉट नेट क्या है? एवं उपयोग | वी०बी० डॉट नेट (VB. Dot Net) | What is VB.Net? in Hindi

विजुअल बेसिक डॉट नेट (VB. Dot Net)– विजुअल बेसिक डॉट नेट या वी० बी० डॉट नेट विजुअल बेसिक का माइक्रोसॉफ्ट डॉटनेट फ्रेमवर्क संस्करण है। विजुअल बेसिक डॉट नेट ऑब्जेक्ट ओरिएण्टेड प्रोग्रामिंग भाषा है।

वी० बी० डॉट नेट की सहायता से आप बड़े स्तर पर भी एप्लिकेशन विकसित कर सकते हैं बगैर इसकी चिन्ता किये हुए कि आप प्रोग्रामिंग में निपुण है या नहीं हैं। यह अत्यन्त प्रयोक्ता मित्वत भाषा है। प्रोग्रामर को इसमें केवल विजुअल टूल्स का प्रयोग कर कम्पोनेन्ट को व्यवस्थित करना तथा कम्पोनेन्टस के लिए कोड लिखना होता है।

अधिकतर वी० बी० डॉट नेट प्रोग्रामर अपने विकास के आवश्यकताओं की पूर्ति विजुअल स्टूडियो की सहायता से करते हैं। इसके अतिरिक्त माइक्रोसॉफ्ट डॉट नेट फ्रेमवर्क पहले से प्रोग्राम किये गये कोड पर निर्मित होता है जिसे प्रयोक्ता किसी भी समय एक्सेस कर सकते हैं। इस पहले से प्रोग्राम किये गये कोड को क्लास लाइब्रेरी कहते है।

क्लास लाइब्रेरी में प्रोग्राम को मिलाकर या संशोधित कर प्रोग्रामरों की आवश्यकताओं से निपटा जा सकता है। डॉट नेट के प्रोग्राम सी॰एल॰आर॰ या कॉमन लैंग्वेज रनटाइम इन्वायरमेण्ट पर चलते हैं। चाहे कोई भी कम्प्यूटर हो यदि यह इन्वायरमेण्ट उपलब्ध है तो डॉट नेट भाषा में विकसित प्रोग्राम उस कम्प्यूटर पर चलेगा।

वी० बी० डॉट नेट के पक्ष तथा विपक्ष (Pros and Cons of VB.NET)

वी.बी. डॉट नेट के साकारात्मक तथा नकारात्मक पक्षों को आप सारणी से समझ सकते हैं।

पक्ष (Pros)
1. वी.बी. डॉट नेट प्रोग्रामिंग भाषा का प्रयोग कर आप प्रोग्राम को तेजी के साथ विकसित कर सकते हैं।
2. वी.बी. डॉट नेट क्लास लायब्रेरी में ढेर सारे संसाधन होते हैं जिनका लाभ आप प्राप्त कर सकते हैं।
3. वी.बी. डॉट नेट को डॉट नेट फ्रेमवर्क का पूरा एक्सेस प्राप्त होता है।
4. वी. बी. डॉट नेट जैसे ऑब्जेक्ट ओरिएन्टेड प्रोग्रामिंग भाषा में अपने विचारों को व्यवस्थित करना आसान होता है।
5. वी. बी. डॉट नेट अन्य माइक्रोसॉफ्ट एप्लीकेशन के साथ तालमेल बना पाता है।

विपक्ष (Cons)
1. वी.बी. डॉट नेट के लम्बे कोडिंग में गलती ढूँढना तथा उन्हें ठीक करना कठिन होता है।
2. वी.बी. डॉट नेट का लाइसेंस संस्करण महंगा होता है।
3. बड़े इंटरप्राइज सॉफ्टवेयर विकास के समाधान के रूप में इसका प्रयोग प्रोत्साहित नहीं किया जाता है क्योंकि इसमें प्रोग्राम करने तथा कम्पाइल करने के बाद भी इसकी कोडिंग या प्रोग्रामिंग पैटर्न को समझना आसान होता है। परिणामस्वरूप कोडिंग को कॉपी करना आसान होता है तथा टैलेण्ट का दुरूपयोग हो सकता है। 

विजुअल बेसिक डॉट नेट | वीबी डॉट नेट का क्या फायदा है? | Vb.Net Kya Hota Hai

विजुअल बेसिक डॉट नेट | विज़ुअल बेसिक डॉट नेट क्या है ? एवं उपयोग | वी०बी० डॉट नेट (VB. Dot Net) | What is VB.Net? in Hindi
विजुअल बेसिक डॉट नेट | विज़ुअल बेसिक डॉट नेट क्या है ? एवं उपयोग | वी०बी० डॉट नेट (VB. Dot Net) | What is VB.Net? in Hindi

वी० बी० डॉट नेट का विकास (Evolution of VB. Net)

वी० बी० डॉट नेट से पहले वी० बी० (विजुअल बेसिक) था तथा वी० बी० से पहले बेसिक था। बेसिक का पूर्ण रूप बिगिनर्स ऑल परपस सिम्बॉलिक इंस्ट्रक्शन कोड (Beginner’s All purpose Symbolic Instruction Code) होता है। इसे 1963 में डार्ट माउथ कॉलेज में दो कम्प्यूटर वैज्ञानिकों जॉन केमेनी (John Kemeny) तथा टॉमस कुत्रज (Thomas Krutz) ने विकसित किया था।

यह भी देखें :  अपने कंप्यूटर की स्पीड कैसे बढ़ाएं | Best Top 10 Tips to Speed Up Your Computer

यह एक सामान्य उद्देशीय प्रोग्रामिंग भाषा था जो केवल नौसिखिए के लिए तैयार किया गया था। 1975 में जब मीट्स (MITS) एल्टेयर 8800 माइक्रो कम्प्यूटर रिलिज हुआ, तब बेसिक एल्टेयर बेसिक हुआ जिसे कम्प्यूटर बाहुबलियों बिल गेट्स तथा पॉल एलेन ने विकसित किया।

80 के दशक के दौरान जब पर्सनल कम्प्यूटर हर घर में अपना स्थान बना रहा था बेसिक की पकड़ कम्प्यूटर भाषा के बाजार में कमजोर होने लगी क्योंकि अब अधिक लोग तथा कम्पनियाँ कम्प्यूटर प्रोग्राम का प्रयोग साधारण तथा बुनियादी कार्य के बजाय जटिल कार्यों के लिए कर रहे थे। 1991 में बेसिक को इसके विजुअल कम्पोनेण्ट के साथ इनफ्युज किया गया तथा विजुअल बेसिक बना।

नये ग्राफिकल यूजर इंटरफेस की शुरूआत एलेन कूपर (Alan Cooper) ने की। विजुअल बेसिक को आरम्भ में इसके कम्पैटिबिलिटि मुद्दों के कारण ख्याति नहीं मिली। परन्तु 90 के मध्य तथा अंत के दशक में इसे अप्रत्याशित रूप से सफलता मिली जब विकासकर्त्ता इसके साथ परिचित होने लगे। नयी सदी में वी०बी० डॉट नेट विजुअल बेसिक प्रोग्रामिंग भाषा का उत्तरवर्ती (successor) बना।

माइक्रोसॉफ्ट डॉट नेट फ्रेमवर्क के संस्करण (Versions of Microsoft. Net Framework)

माइक्रोसॉफ्ट डॉट नेट फ्रेमवर्क का सबसे पहला संस्करण डॉट नेट फ्रेमवर्क 1.0 संस्करण का आगमन विजुअल स्टूडियो डाटॅ नेट के साथ हुआ। आज तक माइक्रोसॉफ्ट डाटॅ नेट फ्रेमवर्क के कई संस्करणों को रिलीज किया है। इसका अंतिम संस्करण 3.5 विजुअल स्टूडियो 2008 के साथ 2007 के 19 नवम्बर को आया।

1- डॉट नेट फ्रेमवर्क 1.0 (Dot net framework 1.0) – यह डॉट नेट फ्रेमवर्क का सबसे पहला संस्करण था। इसे 13 फरवरी 2002 को रिलीज किया गया था। इसे विण्डोज 98, एन०टी० 4.0, विण्डोज 2000 तथा विण्डोज एक्स०पी० के लिए उपलब्ध किया गया था। इसके लिए माइक्रोसॉफ्ट के द्वारा 14 जुलाई 2009 को सपोर्ट करना बंद कर दिया जाएगा।

2- डॉट नेट फ्रेमवर्क 1.1 (Dot net framework 1.1) – यह पहला बड़ा डॉट नेट फ्रेमवर्क है। इसे 3 अप्रैल 2003 में एक सॉफ्टवेयर डेवलपमेन्ट किट के साथ प्रकाशित किया गया था। यह माइक्रोसॉफ्ट विजुअल स्टूडियो डॉट नेट के दूसरे रिलीज जो कि विजुअल स्टूडियो 2003 के रूप में रिलीज किया गया का भी हिस्सा था। यह डॉट नेट फ्रेमवर्क का पहला संस्करण था जिसे विण्डोज ऑपरेटिंग सिस्टम में शामिल किया गया जो विण्डोज सर्वर 2003 के साथ लाया गया।

डॉट नेट फ्रेमवर्क 1.1 के लिए मेनस्ट्रीम सपोर्ट 14 अक्तुबर 2008 को समाप्त हुआ तथा विस्तापित सपोर्ट 8 अक्तुबर 2013 को समाप्त होगा। चूंकि डॉट नेट 1.1 विण्डोज सर्वर 2003 का एक कम्पोनेण्ट है, सर्वर 2003 पर नेट 1.1 का विस्तारित सपोर्ट ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ 14 जुलाई 2015 को समाप्त होगा।

संस्करण 1.0 के अपेक्षा संस्करण 1.1 में निम्नलिखित बदलाव थे-

  • डॉट नेट फ्रेमवर्क 1.1 से मोबाईल ए.एस.पी. डॉट नेट कंट्रोलस के लिए बिल्ट-इन-सपोर्ट उपलब्ध था। इससे पहले 1.0 संस्करण में यह सुविधा ऐड औन (add-on) के रूप में उपलब्ध था जबकि इस संस्करण में यह फ्रेमवर्क का हिस्सा था।
  • ओ.डी.बी.सी. (ODBC) तथा ऑरेकल डाटाबेस डॉट नेट फ्रेमवर्क 1.0 में ऐड-ऑन के रूप में उपलब्ध था जबकि 1.1 में यह फ्रेमवर्क का हिस्सा था।
  • इससे डॉट-नेट कॉम्पैक्ट फ्रेमवर्क जो छोटे उपकरणों के लिए डॉट नेट फ्रेमवर्क का संस्करण है इसके साथ
    उपलब्ध है। 
  • इसमें इण्टरनेट प्रोटोकॉल संस्करण 6 (IPV6) सपोर्ट उपलब्ध है।
  • इसके ए० पी० आई० में कई बदलाव हैं।

3- डॉट नेट फ्रेमवर्क 2.0 (. Net Framework 2.0) – डॉट नेट फ्रेमवर्क 2.0 को 22 जनवरी 2006 को प्रकाशित किया गया। 2.0 रिडिस्ट्रिब्यूबल पैकेज को माइक्रोसॉफ्ट साइट (www.microsoft.com) में निःशुल्क डाउनलोड किया जा सकता है। यह विजुअल स्टूडियो 2005, माइक्रोसॉफ्ट एस. क्यू साथ भी रिलीज किया गया। डॉट नेट फ्रेमवर्क 2.0 बगैर किसी एल. सर्वर 2005 तथा बिजटॉक 2005 (Biztalk 2005) सर्विस पैक के विण्डोज 98 तथा विण्डोज मी (मिलेनियम संस्करण) में सपोर्ट के साथ अंतिम संस्करण था।

यह भी देखें :  डाटाबेस प्रोग्रामिंग विद एडू डॉट नेट पार्ट-3 | Database Programming With ADO.NET - Best Info

सर्विस पैक 1 के साथ संस्करण 2.0 विण्डोज 2000 पर सपोर्ट के साथ अंतिम संस्करण था हालांकि विण्डोज 2000 में संस्करण 35 से फंक्शनलिटी का एक सब्सेट को उपयोग करने के लिए ऑनलाइन कुछ अनाधिकृत वर्कअराउण्डस (Workarounds) प्रकाशित किये गये। संस्करण 2.0 सर्विस पैक के साथ के लिए विण्डोज एक्स पी या विण्डोज सर्वर 2003 आवश्यक है। इसमें संस्करण की अपेक्षा मुख्य बदलाव निम्नलिखित है।

  • कई ए.पी.आई. बदलाव
  • डॉट नेट रनटाइम के एक इंस्टैन्स को होस्ट करने के उद्देश्य से नेटिव एप्लीकेशनों के लिए एक नया होस्टिंग एपी.आई।
    X 64 तथा IA64 हार्डवेयर प्लेटफार्म लिए पूर्ण 64 बीट सपोर्ट
  • डॉट नेट कॉमन लैंग्वेज रनटाइम में सीधे-सीधे जेनेरिक्स बिल्ट (Generics built) के लिए भाषा सपोर्ट।
  • कई अतिरिक और उन्नत ए.एस.पी. डॉट नेट वेब कंट्रोल्स।
  • डिक्लेअरेटिव डाटा बाइन्डिंग के साथ नये डाटा कंट्रोल ।
  • ए. एस. पी. डॉट नेट के लिए नये पर्सनामाइजेशन फीचर जैसे थीम्स, स्क्रीन्ज और वेबपार्टस।
  • डॉट नेट माइक्रो फ्रेमवर्क (यह स्मार्ट पर्सनल ऑब्जेक्टस टेक्नोलॉजी इनिशिएटिव से संबंधित डॉट नेट फ्रेमवर्क का एक संस्करण है। )
  • पार्शिअल क्लासेज
  • अनोनिमस मेथड्स
  • जेनेरिक्स
  • डाटा टेबलस

4- डॉट नेट फ्रेमवर्क 3.0 (. Net Framework 3.0) – डॉट नेट फ्रेमवर्क 3.0 जिसे पूर्व में WinFx से जाना जाता था, को 21 नवम्बर 2006 को रिलीज किया गया था। इसमें मैनेजड कोड ए.पी.आईज (APIs) का एक नया सेट है जो विण्डोज विस्टा तथा विण्डोज सर्वर 2008 ऑपरेटिंग सिस्टम का अभिन्न अंग है। यह विण्डोज एक्स.पी. सर्विस पैक 2 तथा विण्डोज सर्वर 2003 के लिए भी डाउनलोड किया जा सकता है।

इस रिलीज में कोई बड़ा आर्किटेक्टरल बदलाव नहीं है। डॉट नेट फ्रेमवर्क 3.0 डॉट नेट फ्रेमवर्क 2.0 के कॉमन लैंग्वेज रनटाइम का प्रयोग करता है। पिछले बड़े डॉट नेट रिलिजेज के विपरीत इस संस्करण के काउण्टरपार्ट की तरह डॉट नेट कॉम्पैक्ट फ्रेमवर्क को रिलीज नहीं किया गया। डॉट नेट फ्रेमवर्क 3.0 कई नये कम्पोनेटस से मिलकर बना है जो इस प्रकार है- 


(i) विण्डोज कम्यूनिकेशन फाउण्डेशन (Windows Communication Foundation) – इसका पहले कोड नाम इंडिगो (Indigo) था। यह एक सर्विस ओरिएण्टेड मेसेजिंग सिस्टम है जिसकी सहायता से प्रोग्राम स्थानीय या दूर से इंटरऑपरेट होते है। यह क्रिया वेब सर्विसेज की तरह है।

(ii) विण्डोज प्रेजेनटेशन फाउण्डेशन (Windows Presentation Foundation) – इसका पहले कोड नाम ऐवेलॉन (Avalon) था। यह एक्स. एम. एल. तथा वेक्टर ग्राफिक्स पर आधारित एक नया यूजर इंटरफेस सब सिस्टम तथा ए पी.आई. है जो त्रिविमीय कम्प्यूटर ग्राफिक्स हार्डवेयर तथा डायरेक्ट थ्री डी प्रौद्योगिकी का प्रयोग करता है।

(iii) विण्डोज वर्कफ्लो फाउण्डेशन (Windows Workflow Foundation) – विण्डोज वर्कफ्लो फाउण्डेशन की सहायता से वर्कफ्लो का प्रयोग कर टास्क ऑटोमेशन तथा एकीकृत ट्रांजैक्शन का निर्माण होता है। विण्डोज कार्डस्पेस (Windows Cardspace) – इसका कोड नाम इंफोकोड था। यह सॉफ्टवेयर कम्पोनेण्ट है जो पुराने ढंग से निजी डिजीटल पहचान (Personal digital identifies) को स्टोर करता है तथा एक खास ट्रांजैक्शन जैसे वेबसाइट में लॉग इन करने के लिए पहचान के चयन के लिए एक एकीकृत इंटरफेस प्रदान करता है।

डॉट नेट बनाम जावा (.Net versus Java)

सी शार्प तथा वी. बी. जैसी. सी. एल.आई. तथा डॉट नेट भाषाएँ सन के जावा तथा जावा वर्चुअल मशीन के साथ कई समानताएँ रखती है। दोनों ही एक दूसरे के मजबूत प्रतिस्पर्धी है। दोनों ही वर्चुअल मशीन मॉडल पर आधारित हैं जो उस कम्प्यूटर हार्डवेयर के विवरण को छिपाती हैं जिनपर उनके प्रोग्राम रन होते है। दोनों ही अपने इंटरमीडिएट बाइट कोड का प्रयोग करते है।

यह भी देखें :  कम्प्यूटर की-बोर्ड एवं की-बोर्ड के प्रकार | Computer Keyboards And Types Of Keyboards – Best Info In Hindi

अंतर यह है कि माइक्रोसॉफ्ट उस इन्टरमीडिएट बाइट कोड को कॉमन इंटरमीडिएट भाषा (Common Intermediate Language) कहती है तथा सन उसे जावा बाइट कोड (bytecode) कहता है। डॉट नेट में बाइट-कोड हमेशा जस्ट इन टाइम (Just in time) या ngen.exe यूटिलिटि का उपयोग कर एक्जिक्यूशन से पहले कम्पाइल होता है।

जावा की स्थिति में, बाइटकोड या तो अग्रिम में इंटरप्रेट अथवा कम्पाइल होता है या जस्ट इन टाइम कम्पाइल होता है। दोनों व्यापक क्लास लायब्रेरी प्रदान करता है जो कई समान प्रोग्रामिंग आवश्यकताओं को संबोधित करता है तथा कई सुरक्षा मुद्दों को संबोधित करता है जो अन्य एप्रोच में उपलब्ध है।

डॉट नेट फ्रेमवर्क में प्रदान किये नेमस्पेस स्टाइल तथा इंवोकेशन (invocation) में जावा इंटप्राइज एडिशन स्पेसिफिकेशन में प्लेटफार्म पैकेजेज से मिलते-जुलते है। डॉट नेट अपने पूर्ण स्वरूप (माइक्रोसॉफ्ट इम्प्लीमेण्टेशन) में केवल विण्डोज प्लेटफार्म पर उपलब्ध है तथा आंशिक रूप से लाइनक्स तथा मैकिनटॉश पर उपलब्ध है जबकि जावा पूर्ण स्वरूप में कई प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।

डॉट नेट ने अपने आरम्भ से ही एक से अधिक प्रोग्रामिंग भाषाओं को सपोर्ट किया है तथा इसमें ऐसा कुछ है जिससे अन्य विक्रेता (vendors) इसे अन्य प्लेटफार्म पर इम्पलिमेण्ट कर सके हालांकि माइक्रोसॉफ्ट इम्प्लीमेण्टेशन केवल विण्डोज, विण्डोज सी.ई. तथा एक्सबॉक्स प्लेटफार्म को टारगेट करता है। जावा प्लेटफार्म शुरू में केवल जावा भाषा को सपोर्ट करने के लिए बनाया गया है। अन्य प्रोग्रामिंग भाषाओं को भी जावा वर्चुअल मशीन पर इम्प्लीमेण्ट किया गया लेकिन उनका उपयोग बहुत कम किया जाता है।

विजुअल बेसिक तथा विजुअल बेसिक डॉट नेट (Visual Basic and Visual Basic. Net)

विजुअल बेसिक डॉट नेट को विजुअल बेसिक 7.0 अर्थात विजुअल बेसिक 6.0 का अपग्रेडेशन माना जाता है। बहुत सारे लोगों का यह मानना है। मैं यह नहीं जानता कि माइक्रोसॉफ्ट वालों की इस संबंध में क्या राय है। यदि आप चाहें तो अपने स्तर पर यह पता कर सकते हैं। परन्तु यह भी सत्य है की इस तरह की माइक्रोसॉफ्ट के तरफ से कोई औपचारिक घोषणा नहीं है। मैं भी इसे नहीं मानता की यह संस्करण विजुअल बेसिक 6.0 का अपग्रेड है।

विजुअल बेसिक डॉट नेट में केवल नाम पुराने संस्करण से लिया गया लेकिन डॉट नेट बिल्कुल एक नई भाषा है। इसमें इतने सारे नये फीचर है कि विजुअल बेसिक 6.0 में बने प्रोग्राम और इसके साथ कम्पैटिबीलिटी एक बड़ा मुद्दा है। कम्पैटिबीलिटी का अर्थ यह है कि पुराने प्रोग्रामों को आप नये सॉफ्टवेयर पर चला सकें। और यह विजुअल बेसिक 6.0 से बहुत अधिक बेहतर है। और यदि आप वी.बी. में अच्छे प्रोग्रामर थे तो यह जान लीजिए कि आपको भी इसमें काम करने के लिए बहुत कुछ सिखना पड़ेगा।


आपको इसकी कुछ खास चीजें बता रहा हूँ जिससे आपको पता चलेगा कि क्यों आपको वी.बी. डॉट नेट सिखना चाहिए –

  • वी. बी. डॉट नेट में बहुत ही बढ़िया वेब एप्लिकेशनस बनाये जा सकते है। और इन्हें उतनी ही आसानी से बनाये जा सकते हैं जितनी आसानी से आप विण्डोज एप्लिकेशन को विकसित करते है।
  • अधिकतर आधुनिक भाषाओं की तरह, तथा वी. बी. 6.0 के विपरीत यह एक सम्पूर्ण ऑब्जेक्ट ओरिएण्टेड भाषा है।
  • विजुअल बेसिक डॉट नेट अन्य भाषाओं जैसे सी++ और सी शार्प की तरह ही शक्तिशाली भाषा है जबकि विजुअ
    बेसिक की इस संबंध में अपनी सीमाएं थीं।
  • विजुअल बेसिक डॉट नेट डॉट नेट फ्रेमवर्क का एक अंग है। इस कारण से आप बहुत सारे कम्पोनेण्टस् तथ
    फंक्शनों को एक्सेस कर पाते है तथा यह आपको सुरक्षा तथा विश्वसनीयता के कई फीचर प्रदान करता है
    माइक्रोसॉफ्ट इसे मैनेजड कोड कहता है जिसका अर्थ यह होता है कि डॉट नेट रन टाइम आपके प्रोग्राम की सुर
    मेमोरी उपयोग तथा परफॉरमेंस ऑप्टीमाइजेशन को व्यवस्थित करता है।

उपरोक्त के अतिरिक्त भी कई कारण है जो आप इसमें प्रोग्राम विकसित करते समय जानेंगे। हालांकि अब भी वो
बी. को उपयोग करने का आपके पास कारण है। उदाहरण के तौर पर आप वी. बी. की सहायता से विण्डोज् 95 के
लिए एप्लिकेशन विकसित कर सकते है जिसे विजुअल बेसिक डॉट नेट सपोर्ट नहीं करता है। कुल मिलाकर बात यह
है कि आप अपने आधुनिकृत आवश्यकताओं की पूर्ति चाहते है तो वी. बी. डॉट नेट आज सबसे बढ़िया विकल्प है।

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Suraj Kushwaha
Suraj Kushwahahttp://techshindi.com
हैलो दोस्तों, मेरा नाम सूरज कुशवाहा है मै यह ब्लॉग मुख्य रूप से हिंदी में पाठकों को विभिन्न प्रकार के कंप्यूटर टेक्नोलॉजी पर आधारित दिलचस्प पाठ्य सामग्री प्रदान करने के लिए बनाया है।

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