कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर क्या है ? | Computer Software Kya Hai – Best Info in Hindi Me

कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर क्या है ? | Computer Software Kya Hai – Best Info in Hindi Me

कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर क्या है – कम्प्यूटर कोई भी कार्य स्वतः नहीं करता है। कम्प्यूटर को कार्य करने के लिए आवश्यक निर्देश उपलब्ध कराने होते हैं। कम्प्यूटर को यह निर्देश देना आवश्यक है कि उसे कब, क्या और कैसे करना है। इन निर्देशों को शृंखलाबद्ध रूप से कम्प्यूटर की भाषा में तैयार किया जाता है। ऐसे शृंखलाबद्ध निर्देशों के समूह को कम्प्यूटर प्रोग्राम अथवा कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर कहा जाता है। पारिभाषिक शब्दों में डेटा को विधिवत् तथा क्रमबद्ध करने के लिए एवं उनका विश्लेषण करके परिणाम प्राप्त करने के लिए कम्प्यूटर को शृंखलाबद्ध रूप से दिए गए निर्देशों के समूह को सॉफ्टवेयर कहते हैं।

हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर में सम्बन्ध (Relationship Between Hardware And Software)

किसी भी कम्प्यूटर से उपयोगी कार्य करने के लिए यह आवश्यक है, कि उसके हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर परस्पर मिलकर कार्य करें। इसलिए कम्प्यूटर हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर में एक विशेष सम्बन्ध होता है। दोनों ही एक-दूसरे के पूरक होते हैं। इन दोनों में से किसी एक की भी अनुपस्थिति में कम्प्यूटर से कोई भी उपयोगी कार्य नहीं किया जा सकता।  उदाहरण के लिए बाजार से खरीदा गया एक कैसेट प्लेयर तथा एक कैसेट हार्डवेयर है, जबकि कैसेट में रिकॉर्ड किए गए गाने इसके सॉफ्टवेयर हैं।

किसी विशेष गाने को सुनने के लिए पहले कैसेट में उस गाने को रिकॉर्ड करना होगा उसके बाद कैसेट को कैसेट प्लेयर में लगाकर कैसेट को Play करना होगा। कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर क्या है – इसी प्रकार कम्प्यूटर से कोई कार्य कराने के लिए सम्बन्धित सॉफ्टवेयर को कम्प्यूटर हार्डवेयर में स्थापित करना होगा। एक प्रकार के हार्डवेयर पर अनेक प्रकार के सॉफ्टवेयर्स को स्थापित किया जा सकता है।

कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर के प्रकार (Type Of Software)

सॉफ्टवेयर के प्रकार – कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर्स को सामान्यतः दो वर्गों में वर्गीकृत किया जा सकता है-एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर्स तथा सिस्टम सॉफ्टवेयर्स। एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर्स को एप्लीकेशन पैकेज के रूप में भी जाना जाता है। एप्लीकेशन पैकेज में एक अथवा एक से अधिक प्रोग्राम्स होते हैं, जो कि किसी विशिष्ट एप्लीकेशन के विभिन्न कार्यों को करने के लिए प्रयोग में आते हैं। सिस्टम सॉफ्टवेयर्स को सिस्टम पैकेज के रूप में भी जाना जाता है। सिस्टम पैकेज में एक अथवा एक से अधिक प्रोग्राम्स होते हैं, जो कि किसी कम्प्यूटर सिस्टम को चलाने के लिए प्रयोग में आते हैं। वे प्रोग्राम्स, जो कि किसी सिस्टम पैकेज का निर्माण करते हैं, सिस्टम प्रोग्राम्स तथा जो व्यक्ति सिस्टम प्रोग्राम्स को तैयार करते हैं, सिस्टम प्रोग्रामर्स कहलाते हैं।

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर्स (Application Software)

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर्स – कम्प्यूटर द्वारा कोई भी कार्य कराने के लिए उससे सम्बन्धित सॉफ्टवेयर का कम्प्यूटर हार्डवेयर में स्थापित होना आवश्यक होता है। बिना सॉफ्टवेयर के कम्प्यूटर प्रयोगकर्ता द्वारा किए जाने वाले कार्यों  को कम्प्यूटर नियन्त्रित नहीं कर सकता। इसलिए कम्प्यूटर से जो कार्य कराना है उससे सम्बन्धित सॉफ्टवेयर का होना आवश्यक है, जिससे कम्प्यूटर, दिए गए निर्देशों के अनुसार अमुक कार्य कर सके।

जो सॉफ्टवेयर किसी विशेष उद्देश्य एवं कार्य के लिए बनाए जाते हैं, जिन पर प्रयोगकर्ता कार्य पूर्ण कर सके, ऐसे सॉफ्टवेयर को ऐप्लीकेशन सॉफ्टवेयर कहते हैं। रेलवे में आरक्षण एवं टिकट काटने से सम्बन्धित सॉफ्टवेयर, अंक पत्र बनाने के लिये प्रोग्राम, एकाउण्टिंग के लिए टैली, डिजाइनिंग करने के लिए Corel 10, Pagemaker 7.0 आदि ऐप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के अच्छे उदाहरण हैं।

सिस्टम सॉफ्टवेयर्स (System Software)

सिस्टम सॉफ्टवेयर्स – कम्प्यूटर का स्विच ऑन होने पर कम्प्यूटर में कुछ विशेष प्रोग्रामों की आवश्यकता होती है, जो कम्प्यूटर को प्रयोगकर्ता द्वारा दिये जाने वाले निर्देशों को समझने में सहायता प्रदान करते हैं। इन सॉफ्टवेयर की सहायता से कम्प्यूटर से जुड़ी इनपुट एवं आउटपुट युक्तियों को चैक करने एवं उनसे सम्बन्ध स्थापित करने के बाद उन्हें कार्य योग्य बनाने के काम आते हैं। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि सिस्टम सॉफ्टवेयर प्रयोगकर्ता एवं कम्प्यूटर के मध्य कम्युनिकेशन करने, कम्प्यूटर के हार्डवेयर एवं अन्य सॉफ्टवेयर को नियंत्रित करने, संचालित करने एवं मेमोरी आदि कार्यों में होने वाली प्रक्रिया को सही प्रकार कार्य कराने के काम आता है।

कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर क्या है – वर्तमान युग MSDOS (Microsoft Disk Operating System), Windows 98, Windows Me, Windows XP, Windows-NT, UNIX, Windows-7 आदि लोकप्रिय ऑपरेटिंग सिस्टम हैं। UNIX, Windows-NT कम्प्यूटर नेटवर्किंग के काम आते हैं, अर्थात् इन ऑपरेटिंग सिस्टम पर अनेक व्यक्ति एक समय में एक साथ कार्य कर सकते हैं।

कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर क्या है ? | Computer Software Kya Hai

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कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर क्या है ? | Computer Software Kya Hai – Best Info in Hindi Me
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ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System)

ऑपरेटिंग सिस्टम ऑपरेटिंग सिस्टम कुछ ऐसे प्रोग्राम्स का समूह होता है, जो कम्प्यूटर को ऑन करने के तुरन्त बाद आवश्यक होते हैं। इनके द्वारा कम्प्यूटर को यह ज्ञान प्राप्त होता है कि वह हमारे द्वारा दिए गए निर्देशों को किस प्रकार समझे। कम्प्यूटर के संचालन के समय विभिन्न इनपुट तथा आउटपुट युक्तियों के साथ संवाद के लिए उनके द्वारा प्रयोग किए गए कोड्स कम्प्यूटर को ऑपरेटिंग सिस्टम के द्वारा ही ज्ञात होते हैं। यदि कम्प्यूटर के किसी भाग में कोई अशुद्धि है, तो इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से कम्प्यूटर त्रुटि प्रदर्शित करता है।

ऑपरेटिंग सिस्टम के माध्यम से कम्प्यूटर तथा कम्प्यूटर प्रयोगकर्ता के मध्य संवाद (Communication) स्थापित होता है। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि ऑपरेटिंग सिस्टम वह सॉफ्टवेयर है, जो कम्प्यूटर को नियन्त्रित रखने, संचालित करने, प्रयोगकर्ता के साथ कम्युनिकेशन करने, मैमोरी आदि क्षेत्रों में होने वाली प्रक्रियाओं की देख-रेख आदि करने का कार्य करता है। 

सर्वर ऑपरेटिंग सिस्टम (Server Operating System)

सर्वर ऑपरेटिंग सिस्टम सर्वर के संसाधनों का प्रबंधन करता है। यह सेवाओं के लिए उपयोगकर्ता के अनुरोधों को प्राप्त करने और उनका जवाब देने के लिए नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम और डेटा हैंडलिंग सॉफ़्टवेयर के साथ इंटरैक्ट करता है। जबकि सर्वर ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए कई विकल्प हैं, वर्तमान में सबसे लोकप्रिय OS/2 और UNIX- आधारित OS हैं। Microsoft की अभी-अभी-रिलीज़ होने वाली Windows Net तकनीक में भी बहुत रुचि है। ये 32-बिट ऑपरेटिंग सिस्टम मल्टीथ्रेडिंग और मल्टीटास्किंग को सपोर्ट करते हैं। एक 32-बिट प्रोसेसर, जैसे कि इंटेल 386 या 486, में अधिक पता स्थान, एक व्यापक भौतिक बस और बड़ा निर्देश ऑपरेंड होता है और 80×6 या 80286 जैसे 16-बिट प्रोसेसर की तुलना में आकार पंजीकृत करता है।

16-बिट प्रोसेसर के 16 एमबी की तुलना में 32-बिट प्रोसेसर का सबसे महत्वपूर्ण लाभ प्रोसेसर के बड़े एड्रेस स्पेस-अप से 4 जी बाइट तक आता है। सीमा लेकिन इस लाभ को प्राप्त करने के लिए 32-बिट OS की आवश्यकता होती है। डॉस के लिए या इंटेल 808x या 80286 चिप्स के खंडित आर्किटेक्चर के लिए लिखे गए सॉफ़्टवेयर को 64-केबी सेगमेंट में डेटा और प्रोग्राम का प्रबंधन करना चाहिए। इसके लिए बहुत अधिक ओवरहेड की आवश्यकता होती है। एक वास्तविक 32-बिट ऑपरेटिंग सिस्टम का बड़ा मेमोरी एड्रेस स्पेस उस ओवरहेड को समाप्त कर देता है, इसलिए प्रोग्राम तेज और अधिक कुशल होते हैं।

OS/2 2.0 और Windows NT प्रीमेप्टिव मल्टीटास्किंग प्रदान करते हैं, जिसका अर्थ है कि समय-महत्वपूर्ण कार्य करने वाले प्रोग्राम जरूरत पड़ने पर प्रोसेसर का नियंत्रण प्राप्त कर सकते हैं। यह टर्मिनल इम्यूलेशन, लैन कनेक्टिविटी और एसिंक्रोनस संचार कार्यक्रमों को अधिक विश्वसनीय रूप से चलाने की अनुमति देता है। उदाहरण के लिए, जब प्रोसेसर को लैन एडॉप्टर या मॉडेम से रुकावट प्राप्त होती है, तो ऑपरेटिंग सिस्टम संचार सॉफ्टवेयर नियंत्रण देने के लिए वर्तमान में चल रहे प्रोग्राम को प्रीमेप्ट कर सकता है।

IBM का OS/2 2.0 अधिकांश IBM-संगत 386SX माइक्रो और उच्चतर पर समर्थित है। इसमें डेटा अखंडता सुरक्षा के साथ सही समवर्ती मल्टीटास्किंग समर्थन है। OS/2 2.0 सभी उपलब्ध मेमोरी को पहचानता है और उनका उपयोग करता है, DOS द्वारा लगाई गई 640 Kb सीमा को समाप्त करता है। विंडोज 3.x सहकारी प्रदान करता है, प्रीमेप्टिव नहीं, मल्टीटास्किंग। एक बार जब प्रोग्राम को प्रोसेसर पर नियंत्रण मिल जाता है, तो ऑपरेटिंग सिस्टम तब हस्तक्षेप नहीं कर सकता जब किसी अन्य कार्य के लिए प्रोसेसर की आवश्यकता होती है।

सेमाफोर: (संसाधनों की उपलब्धता के बारे में कार्यक्रम संकेत), जो एक प्रक्रिया को किसी अन्य प्रक्रिया द्वारा सक्रिय रूप से उपयोग किए जाने वाले स्मृति स्थान पर लिखने से रोकता है।

पाइप्स: जो प्रक्रियाओं को एक दूसरे को सूचना देने की अनुमति देते हैं और यह अस्थायी या स्थायी हो सकता है। पाइप्स नेटवर्क आर्किटेक्चर के प्रेजेंटेशन लेयर पर काम करते हैं और हार्डवेयर या सॉफ्टवेयर पर निर्भर नहीं होते हैं। इंटर-प्रोसेस पाइप एक ही मशीन के भीतर काम करते हैं। रीडायरेक्ट पाइप मशीनों के बीच काम करते हैं।

कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर क्या है – एक सर्वर ऑपरेटिंग सिस्टम कुछ लोगों द्वारा पूर्वानुमानित सॉफ़्टवेयर इंजीनियरिंग आकस्मिकता के बिना उच्च प्रदर्शन सर्वर अनुप्रयोगों के साथ रनटाइम समर्थन भी प्रदान करता है।

यूटिलिटी प्रोग्राम (Utility Program)

कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर क्या है यूटिलिटी प्रोग्राम यूटिलिटी प्रोग्राम का निर्माण कम्प्यूटर निर्माताओं द्वारा किया जाता है। BIOS अर्थात् बेसिक इनपुट आउटपुट सिस्टम, जो कि कम्प्यूटर की इनपुट तथा आउटपुट युक्तियों को समय-समय पर प्रयोग के लिए निर्देश देता रहता है एवं इसी प्रकार के अन्य प्रोग्राम जो कि एक निश्चित प्रकार के कार्य के लिए ही बनाए गए होते हैं, यूटिलिटी प्रोग्राम्स कहलाते हैं। कम्प्यूटर में वायरस की जांच करने, बनाए गए प्रोग्राम की एक स्थान से दूसरे स्थान पर कॉपी करने, हार्डडिस्क को फॉरमेट करने, हार्डडिस्क में पार्टीशन तैयार करने, हार्डडिस्क की जांच करने आदि कार्यों के लिए बनाए गए सॉफ्टवेयर्स यूटिलिटी सॉफ्टवेयर्स हैं। PC-Tools, NDD, Cpav आदि प्रचलित यूटिलिटी सॉफ्टवेयर्स हैं।

Suraj Kushwaha
Suraj Kushwahahttp://techshindi.com
हैलो दोस्तों, मेरा नाम सूरज कुशवाहा है मै यह ब्लॉग मुख्य रूप से हिंदी में पाठकों को विभिन्न प्रकार के कंप्यूटर टेक्नोलॉजी पर आधारित दिलचस्प पाठ्य सामग्री प्रदान करने के लिए बनाया है।

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